श्रावण पूर्णिमा ( Shravan Purnima ), जिसे रक्षाबंधन और नारियल पूर्णिमा के रूप में भी जाना जाता है, हिन्दू पंचांग के अनुसार श्रावण मास की अंतिम तिथि होती है। यह तिथि आध्यात्मिक शक्ति, भाई-बहन के प्रेम, और जीवन में समृद्धि प्राप्ति के लिए विशेष मानी जाती है। 2025 में श्रावण पूर्णिमा 9 अगस्त को पड़ रही है, और यह दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ है। इस दिन कुछ विशेष उपायों को करने से व्यक्ति को धन, सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं ऐसे ही 7 अचूक उपाय।
1 विष्णु-लक्ष्मी पूजन करें
श्रावण पूर्णिमा को भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की संयुक्त रूप से पूजा करने से जीवन में स्थिर धन प्राप्ति होती है।
उपाय:
विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
घर के ईशान कोण में दीपक जलाएं और कमल के फूल से लक्ष्मी जी की पूजा करें।
चावल, हल्दी और तुलसी अर्पित करें।
फल:
यह उपाय आर्थिक कष्टों को दूर करता है और व्यापार में लाभ देता है।
2 रक्षाबंधन पर बहन को उपहार देना
रक्षाबंधन पर बहन को स्नेहपूर्वक उपहार देना शुभ माना गया है।
उपाय:
बहन को चांदी का सिक्का, वस्त्र, या शुभ रत्न भेंट करें।
बहन की प्रसन्नता से लक्ष्मीजी का आशीर्वाद घर में आता है।
फल:
इससे परिवार में प्रेम बना रहता है और लक्ष्मीजी का वास होता है।
3 पीपल वृक्ष की पूजा करें
श्रावण पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने से पितृ दोष और आर्थिक बाधाएं दूर होती हैं।
उपाय:
सुबह स्नान कर पीपल वृक्ष को जल चढ़ाएं।
दीपक जलाएं और 7 परिक्रमा करें।
“ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें।
फल:
जीवन में सुख, शांति और धन की वृद्धि होती है।
4 समुद्र या नदी में नारियल अर्पण करें
श्रावण पूर्णिमा को नारियल अर्पण करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
उपाय:
एक साबुत नारियल लें और उस पर लाल मौली बांधें।
समुद्र या पवित्र नदी में प्रवाहित करें।
फल:
रुकावटें दूर होती हैं और नई शुरुआत के द्वार खुलते हैं।
5 गाय को गुड़-चना खिलाना
गौसेवा को सर्वश्रेष्ठ सेवा कहा गया है।
उपाय:
श्रावण पूर्णिमा को सफेद गाय को गुड़ और चना खिलाएं।
“ॐ श्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का जाप करें।
फल:
गृहस्थ जीवन में सुख-शांति और धनवृद्धि होती है।
6 ब्राह्मण भोजन या दान
श्रावण पूर्णिमा पर ब्राह्मण को भोजन कराना या दान देना अत्यंत पुण्यकारी होता है।
उपाय:
वस्त्र, अन्न, दक्षिणा और तिल का दान करें।
भोजन में मिठाई, खीर या पूड़ी शामिल करें।
फल:
पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सौभाग्य बढ़ता है।
7 रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय जाप
श्रावण मास भगवान शिव को समर्पित है। पूर्णिमा पर रुद्राभिषेक करना विशेष फलदायी होता है।
उपाय:
शिवलिंग पर जल, दूध, शहद और बेलपत्र चढ़ाएं।
108 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें –
“ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥”
फल:
यह उपाय रोग, भय और दुर्भाग्य से रक्षा करता है।
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Conclusion
श्रावण पूर्णिमा ( Shravan Purnima ) 2025 का दिन धार्मिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इन सात अचूक उपायों को श्रद्धा और नियमपूर्वक करने से न केवल धन और सुख की प्राप्ति होती है, बल्कि जीवन में शांति, उन्नति और आध्यात्मिक बल भी प्राप्त होता है। इस पूर्णिमा पर अपने मन, कर्म और वचन से शुद्ध होकर इन उपायों को करें और जीवन को समृद्ध बनाएं।